घर के उद्यान में उगाने योग्य औषधीय पौधे–फायदे चौंका देंगे !

औषधीय पौधे का उद्यान बेहद सुंदर और लाभकारी होता है, अच्छे लेआउट के साथ जब उपयोगी पौधों का गार्डन तैयार होता है तो वो जगह बेहद सुकूनदायक लगता है। कुछ परमानेंट प्लांट के जो अगर आपके गार्डन में नहीं है तो आपका गार्डन मानो अधूरा है। क्योंकि यह पौधे ना सिर्फ गार्डन को सुंदर बनाने का काम करते हैं बल्कि आपकी सेहत को भी बेहतर करते हैं।

दस मेडिसिनल प्लांट की जो आपके गार्डन को बेहद खास बना सकते हैं।

1. मैक्सिकन मिंट (अजवायन):
मैक्सिकन मिंट आमतौर पर अजवायन, पत्थरचूर,ओवा पत्ता या कर्पूरवल्ली के नाम से जाना जाता है। यह एक खुशबूदार और सकुलेंट पौधा है, जिसमें अजवाइन जैसी खुशबू होती है।

मैक्सिकन मिंट के लाभ :

• विटामिन A (बीटा कैरोटीन) से भरपूर इम्युनिटी और आंखों की रोशनी को बढ़ाता है।
• एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण
• थाइमोल और कार्वाक्रॉल की मौजूदगी के कारण सांस संबंधी समस्याओं में फायदेमंद है।
• पेट दर्द, अपच, गैस में राहत
• कीड़ों के काटने या जलन में राहत देता है, घाव पर पत्तियों का रस लगाएं।

मैक्सिकन मिंट के पौधे कैसे लगाएं ?

कटिंग से आसानी से उगता है और मानसून सबसे अच्छा समय है। सर्दियों में ये डोरमेंसी में चला जाता है।

प्रयोग:– घाव पर पेस्ट लगाएं, रस बनाकर पीएं या सब्जी/रोटी में डालें,पकौड़ी बनाकर खाएं।

2. अपराजिता (बटरफ्लाई पी):
आयुर्वेद में विशेष महत्व रखने वाला अपराजिता क्लितोरिया,गोकर्ण के नाम से भी जाना जाता है। नीले फूलों वाला सुंदर पौधा, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।

अपराजिता के लाभ:

• ब्लू टी बनाकर पी सकते हैं
• मानसिक तनाव कम करता है
• स्मृति और नींद सुधारता है
• त्वचा,बाल और पाचन तंत्र के लिए लाभकारी
• कब्ज, गैस, सूजन में राहत
• ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद कर सकता है

अपराजिता कैसे लगाएं ?

बीज या कटिंग से लगाएं,तेज धूप में अच्छा बढ़ता है।

प्रयोग:– चाय बनाएं, फूल चबाएं, तेल में फूल डालकर बालों में लगाएं।

3. लेमन ग्रास:
लेमन ग्रास खूबसूरत और सुगंधित पौधा है, इसमें कई औषधीय गुण होते हैं।

लेमन ग्रास के लाभ:

• चाय बनाकर पीने से डिटॉक्स करता है
• एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल
• पसीना व यूरिन बढ़ाकर बॉडी क्लीन करता है
• वजन घटाने में सहायक
• तनाव और अनिद्रा के फायदेमंद
• सांस सम्बन्धित समस्याओं में राहत

लेमन ग्रास कैसे लगाएं ?

छोटी कलियां निकालकर मिट्टी में लगाएं और हर मौसम में आसानी से उगता है।

प्रयोग:– चाय बनाकर पीएं,अरोमा थेरेपी और मालिश के लिए, काढ़ा बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. एलोवेरा:
एलोवेरा प्रसिद्ध औषधीय पौधा है जो बहुत ही आसानी से और हर जगह मिलने वाला है।

एलोवेरा के लाभ:

• त्वचा के लिए जेल का इस्तेमाल
• पेट संबंधी बीमारियों में राहत
• इम्युनिटी और एंटी-एजिंग
• कटिंग लगाते समय फंगल प्रॉब्लम से बचाव
• बालों की ग्रोथ बढ़ाता है और डैंड्रफ कम करता है
• घाव और जलन में उपयोगी

एलोवेरा कैसे लगाएं ?

किसी भी स्टेम से उगाया जा सकता है,कम देखभाल में काफी तेजी से बढ़ता है।

प्रयोग:– जेल निकालकर स्किन,बालों पर लगाएं, जूस का भी इस्तेमाल होता है।

5. मोरिंगा (सहजन):
न्यूट्रिएंट्स से भरपूर “सुपरफूड” सहजन(Drumstick) के पत्ते ,फल,फूल,बीज सभी उपयोगी हैं।

सहजन के लाभ:

• पोषण का भंडार है ,इसमें विटामिन A,C,E और B–complex प्रचुर मात्रा में होता है।
• कैल्शियम, आयरन,प्रोटीन और पोटैशियम प्रचुर मात्रा में
• इम्युनिटी बढ़ाने और मधुमेह नियंत्रण में सहायक
• पाचन तंत्र को मजबूत करता है

सहजन कैसे लगाएं ?

बीज या कटिंग लगाएं, ये तेजी से बढ़ता है और हर 4-5 दिन में नए पत्ते निकल आते हैं।

प्रयोग:– पत्तियां तोड़कर खाएं या सुखाकर पाउडर बनाएं।  सब्जी, सांभर, सलाद बनाकर खाएं।

6.करी पत्ता (Curry Leaves):
स्वाद में हल्का तीखा और सुगंधित होता है, इसका उपयोग मुख्य रूप से दक्षिण भारत में होता है लेकिन अब पूरे देश में उगाया जाता है।

करी पत्ता के लाभ:

• पाचन में सहायक है
• करी पत्ते में इंसुलिन एक्टिविटी बढ़ाने वाले तत्व हैं जिससे डायबिटीज कंट्रोल में मदद मिलती है
• बालों के लिए फायदेमंद है
• लीवर डिटॉक्स करता है
• वजन घटाने में मददगार
• एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर
• आंखों के लिए फायदेमंद
• घाव भरने में मदद करता है

करी पत्ता का पौधा कैसे लगाएं ?

बीज या कटिंग से इसे आसानी से लगाया जा सकता है।

प्रयोग:– खाना पकाने में तड़के के रूप में, खाली पेट ताजे पत्ते चबाकर, काढ़ा बनाकर ।

7. तुलसी (Holy Basil):
तुलसी जिसे संस्कृत में विष्णुप्रिया कहा जाता है वो भारतीय संस्कृति में पूजनीय माना जाता है।आयुर्वेद में इसे जीवनदायिनी औषधी कहा गया है।

तुलसी का लाभ:

• इम्युनिटी बढ़ाती है जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
• सर्दी, जुखाम और खांसी में लाभकारी
• कोलस्ट्रॉल नियंत्रित करती है जिससे दिल स्वस्थ रहता है
• तनाव और चिंता कम करती है
• त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
• पाचन को दुरुस्त करती है
• एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर
• बुखार और मलेरिया में फायदेमंद
• आंखों के लिए अच्छा

तुलसी का पौधा कैसे लगाएं ?

तुलसी का पौधा सीधे बीज को मिट्टी में बोकर लगाया जा सकता है ,कटिंग से भी लगा सकते हैं।

प्रयोग:– कच्ची पतियां चबाना, तुलसी का चाय ,तुलसी का काढ़ा, तुलसी का पेस्ट, तुलसी अर्क के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

8. अश्वगंधा (Ashwagandha):
अश्वगंधा एक अत्यंत शक्तिशाली औषधीय पौधा माना जाता है, इसे असगंध भी कहा जाता है।इसके जड़ से घोड़े जैसी गंध आती है और यह घोड़े जैसा ताकत देने वाला माना जाता है। इसे "इंडियन जिन्सेंग" भी कहा जाता है।

अश्वगंधा का लाभ:

• शारीरिक ताकत और स्टैमिना बढ़ाता है
• तनाव और चिंता कम करता है
• नींद में सुधार करता है
• रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
• पाचन और भूख बढ़ता है
• यौन स्वास्थ्य में सहायक
• त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

अश्वगंधा का पौधा कैसे लगाएं ?

बीज से पौधा लगभग छः महीने में तैयार होता है। पूर्ण धूप वाली रेतीली जगह होना चाहिए।

प्रयोग:– चूर्ण , कैप्सूल या काढ़ा के रूप में।

9. गिलोय (Giloy):
गिलोय आयुर्वेद में अत्यंत प्रसिद्ध औषधीय बेल है। इसे संस्कृत में अमृता कहा जाता है। इसका नाम अमृता पड़ने का कारण यह है कि इसे दीर्घायु और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली मानी जाती है।

गिलोय के लाभ:

• इम्यूनिटी बढ़ाता है
• बुखार में असरदार
• तनाव और चिंता में राहत
• दिल और लीवर के लिए अच्छा
• मधुनाशिनी (शुगर नाशक) भी है

गिलोय का बेल कैसे लगाएं ?

गिलोय के बेल को काटकर मिट्टी में लगा दें ,बेल को चढ़ने के लिए सहारा दें।

प्रयोग:– काढ़ा /चाय, अर्क, ताजा तना चबाएं, गिलोय गोली या कैप्सूल।

10.धनिया (Coriander):
धनिया भारतीय रसोई में आम है लेकिन ये बेहद उपयोगी और औषधीय गुणों से भरपूर है।

धनिया के लाभ:

• पाचन में सहायक
• शरीर को ठंडक देता है
• ब्लड शुगर में फायदेमंद
• किडनी और मूत्र विकार में उपयोगी
• कोलेस्ट्रॉल कम करता है
• मानसिक ताजगी और नींद में सहायक

धनिया कैसे लगाएं ?

बीज हल्का कूटकर लगभग 6 घंटे तक पानी में भींगो लें, इसके बाद मिट्टी में बो दें और नमी का ख्याल रखें।
प्रयोग:– हरी पतियों का चटनी ,सब्जी सलाद में। बीज का चूर्ण या काढ़े में।चाय या पानी में भिंगोकर सुबह पानी पीएं।

ये मेडिसिनल प्लांट को अपने गार्डन में जरूर लगाएं जो न सिर्फ आपकी सेहत को फायदा पहुंचाएंगे बल्कि आपके गार्डन को भी सुंदर बनाएंगे !

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