यूनाईटेड किंगडम(UK) का इतिहास बहुत ही समृद्ध और विश्व इतिहास में बहुत ही प्रभावशाली रहा है। यूनाइटेड किंगडम एक ऐसा देश है जिसने यूनाइटेड नेशंस में शामिल 193 देशों में से 171 देशों पर या तो आक्रमण किया या फिर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप उन देशों पर कुछ न कुछ नियंत्रण हासिल किया।19वीं सदी में जब ब्रिटिश साम्राज्य अपने शिखर पर था, तब दुनिया की लगभग एक चौथाई क्षेत्रफल यानी 35 मिलियन स्क्वायर किलोमीटर एरिया इनके कब्जे में था। कहा जाता है कि ब्रिटिश राज में कभी सूर्यास्त नहीं होता था लेकिन इस शिखर पर पहुंचने से पहले ब्रिटिश राज कई गहरे अंधकार भी देखे थे। ब्रिटिश साम्राज्य ये सारे अंधकार तब देखे थे जब ग्रेट ब्रिटेन और यूनाइटेड किंगडम का कोई अस्तित्व नहीं था और ब्रिटिश आइल्स पर बसी आबादी छोटे-छोटे ट्राइबल ग्रुप में बंटी हुई थी। लेकिन सीरीज ऑफ कॉन्क्वेस्ट्स के साथ ब्रिटिश आइल्स की हिस्ट्री और जियोग्राफी बदल दी गई और यूनाइटेड किंगडम जैसा एक ताकतवर देश दुनिया के नक्शे पर उभर कर सामने आया।
आइए जानते हैं कि कैसे छोटे-छोटे जनजातीय समूहों में बंटा इंग्लैंड यूनाइटेड किंगडम बना और दुनिया पर राज किया।
इंग्लैंड के इतिहास को जानने से पहले वो शब्दावली समझनी होगी जिसका उपयोग ब्रिटिश आइल्स पर बसे देशों के संदर्भ में किया जाता है।
ब्रिटिश आइल्स नॉर्थ अटलांटिक ओशन में मौजूद एक ग्रुप ऑफ आइलैंड्स हैं, जिसमें लगभग 6000 आइलैंड्स मौजूद हैं। इन्हीं आइलैंड्स पर यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड जैसे देश बसे हुए हैं। अब बात यूनाइटेड किंगडम की करें तो यूनाइटेड किंगडम खुद में कोई एक देश नहीं है, बल्कि यह चार देशों का एक समूह है। इसमें इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और नॉर्दर्न आयरलैंड शामिल हैं। यूनाइटेड किंगडम टर्म इन चारों देशों के पॉलिटिकल यूनियन को दर्शाता है। यूनाइटेड किंगडम एक कॉन्स्टीट्यूशनल मोनार्की के साथ पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी वाला देश है जहां शासन तो जनता द्वारा चुनी हुई सरकार का चलता है, लेकिन ऑफिशियली राष्ट्राध्यक्ष किंग या क्वीन होते हैं, जो फिलहाल किंग चार्ल्स तृतीय हैं। यूनाइटेड किंगडम की राजधानी इंग्लैंड का शहर लंदन है। इंग्लैंड में यूनाइटेड किंगडम की सरकार का डायरेक्ट रूल चलता है, लेकिन बाकी तीनों देशों स्कॉटलैंड, वेल्स और नॉर्दर्न आयरलैंड में डेवलप्ड गवर्नमेंट्स हैं, जो वैसे तो यूनाइटेड किंगडम की सरकार के अंतर्गत ही काम करती हैं, लेकिन इन सरकारों को भी कुछ पावर्स दिए गए हैं जो कि अपने-अपने देश में शासन करने के लिए जरूरी हैं।
आइए समझते हैं ग्रेट ब्रिटेन और यूनाइटेड किंगडम के संदर्भ में।
जब बात ग्रेट ब्रिटेन की हो तो ग्रेट ब्रिटेन टर्म दर्शाता है यूनाइटेड किंगडम के सबसे बड़े आइलैंड को और उस आइलैंड पर बसे देशों को। यूनाइटेड किंगडमके सबसे बड़े आइलैंड पर तीन देश—इंग्लैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड बसे हुए हैं। ये तीनों देश आपस में लैंड बॉर्डर शेयर करते हैं, जबकि नॉर्दर्न आयरलैंड ग्रेट ब्रिटेन के साथ सी बॉर्डर शेयर करता है। नॉर्दर्न आयरलैंड एक अलग ही आइलैंड (आयरलैंड) पर बसा है।साधारण तरीके से कहें तो अगर यूनाइटेड किंगडम से नॉर्दर्न आयरलैंड को निकाल दें, तो वह ग्रेट ब्रिटेन बन जाता है। यूनाइटेड किंगडम चार देशों का समूह है जबकि ग्रेट ब्रिटेन तीन देशों का। “यूके” यूनाइटेड किंगडम का ही शॉर्ट फॉर्म है।टर्म “ब्रिटेन” का ज़्यादातर उपयोग आम बोलचाल में होता है और यह साधारण रूप से पूरे यूनाइटेड किंगडम को ही दर्शाता है।
यूनाइटेड किंगडम का इतिहास जो शुरू होती है इंग्लैंड से।
इंग्लैंड में 43 ईस्वी में रोमन इन्वेडर्स का आगमन हुआ। एम्परर क्लॉडियस के आदेश पर रोमन सेना ने इंग्लैंड पर हमला किया और इसे अपने कब्जे में ले लिया। यहां से इंग्लैंड के इतिहास के नए अध्याय की शुरुआत हुई।
इंग्लैंड में 43 ईस्वी में शुरू हुआ रोमन साम्राज्य का शासन 5वीं सदी तक कायम रहा। इस दौर में इंग्लैंड में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ। रोमन ने इंग्लैंड को दो प्रांतों में बाँट दिया जो था ब्रिटानिया सुपीरियर (नॉर्दर्न इंग्लैंड और वेल्स का हिस्सा) और ब्रिटानिया इन्फीरियर (साउथ ईस्ट इंग्लैंड)।
इंग्लैंड में रोमन प्रभाव तेजी से बढ़ रहा था, लेकिन उन्हें ट्राइब्स जैसे कि विकिंग्स और सेल्ट्स से खतरा पैदा होने लगा। 4वीं सदी के अंत आते-आते इंग्लैंड(तब इसे ब्रितानिया कहा जाता था) में रोमन साम्राज्य कमजोर होने लगा। इसकी सबसे बड़ी वजह वहाँ आकर बसने वाले जर्मन ग्रुप्स थे। इन्हें एंग्लो-सैक्सन्स कहा जाता था, जिसमें एंगल्स, सैक्सन्स, जूट्स और फ्रिसियंस जैसे ग्रुप्स शामिल थे। 410 ईस्वी में रोमन सम्राट ऑगस्टिन ने ब्रितानिया से रोमन सेनाओं को पूरी तरह से हटा लिया, इस वर्ष को आमतौर पर रोमन साम्राज्य के शासन का अंत माना जाता है ।
रोमन शासन के अंत के बाद क्या बदलाव हुआ ?
इंग्लैंड में कुछ इंडीजेनस ट्राइब्स भी रहती थीं, जिन्हें ब्रिटन्स कहा जाता था।रोमनों के जाने के बाद, उत्तर में रहने वाले पिक्स और स्कॉट्स ने ब्रिटन्स पर हमला कर दिया। स्कॉट्स आयरलैंड, स्कॉटलैंड और आइल ऑफ मैन से आने वाले नेटिव लोग थे, जबकि पिक्स पूर्वी यूरोप से आकर बसे थे। पिक्स और स्कॉट्स के इन हमलों को रोकने के लिए ब्रिटन्स ने सैक्सन्स से मदद मांगी। सैक्सन्स ने स्कॉट्स को रोक दिया, लेकिन बाद में खुद ब्रिटन्स के खिलाफ हो गए और इंग्लैंड में अपना किंगडम स्थापित कर लिया।
इन्होंने इंग्लैंड में सेवन किंगडम्स स्थापित किए— साउथ ईस्ट में ससेक्स, केंट और एसेक्स, मिडलैंड में मर्सिया और ईस्ट एंग्लिया, और नॉर्थ में नॉर्थम्बरिया और डेइरा। नॉर्थ के दोनों किंगडम बाद में नॉर्थम्बरिया के रूप में एक हो गए।
7वीं सदी में नॉर्थम्बरिया और मर्सिया, 8वीं सदी में मर्सिया और 9वीं सदी में वेसिक्स सबसे ज्यादा पावरफुल रहे। एक समय पर पूरे इंग्लैंड पर इन किंगडम्स ने अपना कंट्रोल बनाए रखा।
9वीं सदी में वेसिक्स की ताकत बढ़ने लगी और उसी समय इंग्लैंड में विकिंग्स का भी आगमन हुआ। ये स्कैंडेनेविया से आने वाले लोग थे, जो समुद्री डाकू, इन्वेडर्स और ट्रेडर्स थे। 870 आते-आते इंग्लैंड के दो किंगडम्स— नॉर्थम्बरिया और ईस्ट एंग्लिया—वाइकिंग्स के कब्जे में आ चुके थे। इसी समय के आसपास किंग एथेलरेड की मृत्यु के बाद उनके भाई, वेसिक्स के राजा किंग अल्फ्रेड को विकिंग्स के खतरे से निपटना पड़ा। उन्होंने इस चुनौती को बखूबी संभाला और उन्हें इतिहास में “ग्रेट” किंग कहा गया।
उनके बाद उनके बेटे एडवर्ड राजा बने। उन्होंने विकिंग्स से ईस्ट एंग्लिया और टेम्स वैली को वापस हासिल किया और मर्सिया को वेसिक्स में मिला लिया और बाकी इंग्लिश किंगडम्स ने भी वेसिक्स को समर्थन देना शुरू किया। स्कॉटलैंड और वेल्स भी समर्थन में आ गए। एडवर्ड के बाद उनके बेटे एथेलस्टन ने यॉर्क पर कब्जा किया और स्कॉटलैंड पर आक्रमण करके इसे अपने नियंत्रण में ले लिया। वे इंग्लैंड के पहले ऐसे राजा बने जिन्हें “किंग ऑफ द इंग्लिश” का टाइटल दिया गया।
11वीं सदी इंग्लैंड के इतिहास में फिर एक अहम मोड़ था। फ्रांस के ड्यूक ऑफ नॉर्मंडी विलियम ने अपनी सेना के साथ इंग्लैंड पर हमला कर दिया। 1066 में एंग्लो-सैक्सन किंग हेरॉल्ड द्वितीय और विलियम के बीच बैटल ऑफ हेस्टिंग्स हुई, जिसमें हेरॉल्ड हार गए और विलियम “द कंकरर” इंग्लैंड के राजा बने। इसे नॉर्मन कॉन्क्वेस्ट कहा जाता है।
इसके बाद प्लांटाजेनेट राजवंश आया और 12वीं से 15वीं सदी तक शासन किया। इसके बाद ट्यूडर राजवंश आया, जिसमें क्वीन एलिजाबेथ प्रथम का दौर आया और इंग्लैंड एक महाशक्ति बन गया।
ट्यूडर राजवंश और इंग्लैंड का महाशक्ति बनने की दिशा में अग्रसर होना।
ट्यूडर राजवंश (Tudor Dynasty) इंग्लैंड के इतिहास में एक बेहद महत्वपूर्ण दौर रहा, क्योंकि इसी समय इंग्लैंड ने एक मजबूत और संगठित राष्ट्र बनने की नींव रखी और आगे चलकर इंग्लैंड एक महाशक्ति के रूप में उभरकर सामने आया। ट्यूडर राजवंश की शुरुआत हेनरी सप्तम (Henry VII) ने 1485 में बोसवर्थ की लड़ाई में रिचर्ड तृतीय को हराकर किया। इसके पश्चात गुलाबों का युद्ध (Wars of the Roses) का अंत हुआ।
प्रमुख ट्यूडर शासक और उनका योगदान
1. हेनरी सप्तम (Henry VII) – (1485–1509)
गृहयुद्ध समाप्त कर शांति और स्थिरता लाई और केंद्रीय शासन को मजबूत किया तथा राजकोष को समृद्ध किया।
2. हेनरी अष्टम (Henry VIII) – (1509–1547)
इंग्लैंड चर्च की स्थापना की (कैथोलिक चर्च से अलग होकर) धार्मिक और राजनीतिक स्वतंत्रता दिया एवं नौसेना को मजबूत किया। देश की सत्ता पर राजा का नियंत्रण और बढ़ाया।
3. एलिज़ाबेथ प्रथम (Elizabeth I) – (1558–1603)
इंग्लैंड की सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और समुद्री शक्ति का उत्कर्ष का समय “एलिज़ाबेथ युग” (Elizabethan Era) कहलाता है।
स्पेन के अजेय बेड़े (Spanish Armada) को 1588 में हराया जिसके बाद समुद्री महाशक्ति के रूप में पहचान मिली।शेक्सपियर जैसे साहित्यकारों का समय सांस्कृतिक उन्नति हुआ। व्यापार, उपनिवेश और नौवहन का विस्तार काफी तेजी से हुआ।
इंग्लैंड का महाशक्ति बनना :–
राजनीतिक स्थिरता, धार्मिक स्वतंत्रता, सशक्त नौसेना, और उपनिवेशवाद की शुरुआत ट्यूडर काल की विशेषताएँ थीं। इन सुधारों और जीतों के बदौलत इंग्लैंड 17वीं सदी में एक वैश्विक महाशक्ति बनने की दिशा में अग्रसर हुआ। ट्यूडर राजवंश ने इंग्लैंड को गृहयुद्ध से निकालकर एक संगठित, शक्तिशाली और समुद्री राष्ट्र बनाया। खासकर एलिज़ाबेथ प्रथम के शासनकाल में इंग्लैंड ने महाशक्ति बनने की ठोस नींव रखी।
अब जानते हैं कि इंग्लैंड कैसे यूनाइटेड किंगडम बना।
1536 में हेनरी अष्टम ने वेल्स को इंग्लैंड में शामिल किया। 1707 में इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच एक्ट ऑफ यूनियन पास हुआ और “किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन” बना। 1801 में आयरलैंड को भी इसमें शामिल कर “यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड आयरलैंड” बना लेकिन 1921 में आयरलैंड स्वतंत्र हुआ। नॉर्दर्न आयरलैंड ने ग्रेट ब्रिटेन के साथ रहने का निर्णय लिया और इस तरह बना आज का यूनाइटेड किंगडम !